गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट ने इतिहास रचते हुए पहली बार 3 ट्रिलियन डॉलर के बाजार पूंजीकरण (Market Capitalisation) का आंकड़ा पार कर लिया है। यह उपलब्धि अल्फाबेट को उन चुनिंदा टेक दिग्गज कंपनियों की सूची में शामिल करती है, जिन्होंने वैश्विक बाजार में इतनी बड़ी आर्थिक सफलता हासिल की है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनी की इस उपलब्धि के पीछे कई कारण हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में अल्फाबेट की गूगल डीपमाइंड और जेमिनी जैसे प्रोजेक्ट्स ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है। साथ ही, विज्ञापन कारोबार में निरंतर वृद्धि और क्लाउड सेवाओं के विस्तार ने कंपनी की आय को मजबूती दी है।
अल्फाबेट का शेयर मूल्य पिछले कुछ महीनों से लगातार ऊपर की ओर बढ़ रहा है। खासकर एआई और क्लाउड टेक्नोलॉजी को लेकर बाजार में जो उत्साह है, उसने कंपनी के स्टॉक्स में तेज़ी ला दी है। निवेशकों का मानना है कि अल्फाबेट का बिज़नेस मॉडल भविष्य की तकनीकी मांगों के अनुरूप है, जिससे इसकी लंबी अवधि में स्थिर वृद्धि की संभावना बनी हुई है।
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अल्फाबेट के 3 ट्रिलियन डॉलर क्लब में शामिल होने से यह कंपनी एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी टेक दिग्गज कंपनियों की बराबरी में आ गई है। यह उपलब्धि न केवल निवेशकों के लिए बल्कि वैश्विक टेक उद्योग के लिए भी एक मील का पत्थर मानी जा रही है।
बाजार विश्लेषकों का अनुमान है कि आने वाले समय में एआई और डिजिटल सेवाओं की मांग और बढ़ेगी, जिससे अल्फाबेट का बाजार मूल्य और भी ऊँचाई छू सकता है।
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