कर्नाटक सरकार मंगलवार से शुरू होने वाले बेंगलुरु टेक समिट के उद्घाटन समारोह में अपना नया और कम कीमत वाला एआई-संचालित कंप्यूटर KEO पेश करने जा रही है। इस कंप्यूटर को कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने केओनिक्स (KEONICS) के साथ मिलकर विकसित किया है। इसका उद्देश्य डिजिटल खाई को पाटना और तकनीक को आम लोगों, विशेषकर छात्रों और छोटे व्यवसायों, तक सुलभ बनाना है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया इस कार्यक्रम में KEO (Knowledge-based, Economical and Open Computing) का अनावरण करेंगे। यह माइक्रो-पीसी एक ऑन-डिवाइस AI कोर और कर्नाटक राज्य के सिलेबस पर प्रशिक्षित एआई एजेंट से लैस है। यह विशेष रूप से उन छात्रों के लिए उपयोगी होगा जो डिजिटल शिक्षण के साधनों से वंचित हैं।
समिट से पहले आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईटी/बीटी मंत्री प्रियंक खड़गे ने बताया कि यह कंप्यूटर “लक्जरी डिवाइस” नहीं है, बल्कि एक किफायती और उपयोगी उपकरण है, जिसे हर तबके के लोग खरीद और उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य तकनीक को लोकतांत्रिक बनाना और डिजिटल पहुंच को व्यापक करना है।
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सरकार का कहना है कि केईओ माइक्रो-पीसी न केवल आर्थिक रूप से किफायती होगा, बल्कि शिक्षा, उद्यमिता और घरेलू उपयोग के लिए एक बड़ा साधन सिद्ध होगा। यह कंप्यूटर डिजिटल इंडिया और राज्य के टेक सशक्तिकरण मिशन को आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।
बेंगलुरु टेक समिट के दौरान इस कंप्यूटर का प्रदर्शन किया जाएगा, जहां इसके एआई फीचर्स और वास्तविक उपयोग के उदाहरण भी दिखाए जाएंगे। उम्मीद है कि यह पहल देश के अन्य राज्यों के लिए भी एक मॉडल साबित होगी।
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