दक्षिण कोरिया की प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग ने 16.5 अरब डॉलर (लगभग ₹1.38 लाख करोड़) का बड़ा सौदा किया है, जिसके तहत वह एक वैश्विक कंपनी के लिए सेमीकंडक्टर चिप्स का निर्माण करेगी। यह डील सैमसंग के फाउंड्री व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की संभावना रखती है।
सैमसंग पहले से ही टेस्ला और क्वालकॉम जैसी बड़ी कंपनियों के लिए चिप्स तैयार कर रही है। वहीं, इसका सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (TSMC) एप्पल और एनवीडिया जैसे प्रमुख ग्राहकों के लिए चिप्स का उत्पादन करती है। इस नए समझौते के साथ, सैमसंग वैश्विक सेमीकंडक्टर बाजार में अपनी प्रतिस्पर्धा को और मजबूत करना चाहता है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह डील उन्नत प्रोसेसर चिप्स के निर्माण पर केंद्रित होगी, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग और ऑटोमोबाइल तकनीक में इस्तेमाल की जाएंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि सेमीकंडक्टर उद्योग में बढ़ती मांग को देखते हुए यह सौदा सैमसंग की वैश्विक हिस्सेदारी को बढ़ाने में मदद करेगा।
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पिछले कुछ वर्षों में चिप निर्माण उद्योग में TSMC का दबदबा रहा है, लेकिन सैमसंग लगातार तकनीकी नवाचार और बड़े निवेश के जरिए प्रतिस्पर्धा बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इस सौदे से न केवल सैमसंग की आय में वृद्धि होगी बल्कि वैश्विक ग्राहकों के बीच उसकी पकड़ भी मजबूत होगी।
विश्लेषकों का कहना है कि यह समझौता सैमसंग को अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में भी बड़ी बढ़त दिला सकता है, खासकर तब जब एआई और इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है। यह डील सैमसंग की चिप निर्माण क्षमता और तकनीकी श्रेष्ठता को वैश्विक स्तर पर साबित करने में अहम भूमिका निभाएगी।
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