जापान की प्रसिद्ध बीयर कंपनी असाही ने गुरुवार को कहा कि हाल ही में हुए बड़े साइबर हमले के बाद उसने हैकर्स से कोई संपर्क नहीं किया है। कंपनी के सीईओ अत्सुशी काट्सुकी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हैकर्स ने उनसे कोई विशेष मांग भी नहीं की है। कंपनी ने वित्तीय परिणाम जारी करने में एक बार फिर देरी कर दी है।
असाही ने 29 सितंबर को साइबर हमले की जानकारी दी थी और 3 अक्टूबर को पुष्टि की कि यह रैनसमवेयर अटैक था। आम तौर पर ऐसे हमलों में हैकर्स सिस्टम को लॉक कर भुगतान की मांग करते हैं। कंपनी का कहना है कि हमलावर लगभग 20 लाख ग्राहकों, कर्मचारियों और उनके परिवारों की पहचान संबंधी जानकारी तक पहुंच सकते हैं।
कंपनी ने हमलावरों का विवरण साझा नहीं किया, लेकिन बाद में बताया कि बाहरी विशेषज्ञों के अनुसार रूसी हैकर समूह क्विलिन (Qilin) इसमें शामिल हो सकता है। जापानी मीडिया ने समूह के एक बयान को जिम्मेदारी स्वीकार करने के रूप में देखा।
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सीईओ काट्सुकी ने कहा कि कंपनी ने सुरक्षा के सभी आवश्यक उपाय किए थे, लेकिन यह हमला “कल्पना से परे, अत्यंत जटिल और चालाक” था। कंपनी अपने तीसरी तिमाही के परिणाम पहले ही टाल चुकी है और अब पूरे वित्तीय वर्ष के आंकड़े भी स्थगित कर दिए हैं।
असाही ने कहा कि सिस्टम पुनर्स्थापित होने के बाद प्रभाव से जुड़ी अधिक जानकारी साझा की जाएगी। उत्पादन इकाइयाँ सीधे प्रभावित नहीं हुईं, लेकिन कंपनी-व्यापी सिस्टम बंद होने से उत्पादन रुक गया। छह कारखानों में उत्पादन फिर शुरू हो चुका है और आदेश फिलहाल मैन्युअली प्रोसेस किए जा रहे हैं।
कंपनी दिसंबर की शुरुआत से ई-ऑर्डरिंग सिस्टम बहाल करेगी और फरवरी तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा कि वह सावधानी बरत रही है ताकि हमला उसके व्यापारिक साझेदारों तक न फैले।
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