यूरोप की एआई कंपनी मिस्ट्रल (Mistral) ने हाल ही में एक बड़े वित्तीय निवेश के जरिए महाद्वीप में अपनी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की अग्रणी स्थिति को और मजबूत कर लिया है। कंपनी को यह पूंजी ऐसे समय पर मिली है जब यूरोपीय संघ (EU) और अमेरिका के बीच तकनीकी संप्रभुता (technological sovereignty) को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं।
मिस्ट्रल को अक्सर यूरोप का एआई चैंपियन कहा जाता है, क्योंकि यह कंपनी स्थानीय स्तर पर विकसित और प्रशिक्षित एआई समाधानों पर ध्यान केंद्रित करती है। यूरोपीय संघ लंबे समय से इस बात को लेकर सतर्क है कि कहीं उसका तकनीकी और डिजिटल भविष्य पूरी तरह अमेरिकी कंपनियों जैसे ओपनएआई, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट पर निर्भर न हो जाए। इस संदर्भ में मिस्ट्रल की प्रगति को रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
निवेशकों का मानना है कि यह फंडिंग न केवल मिस्ट्रल को अपनी तकनीकी क्षमताओं और शोध कार्य को विस्तार देने में मदद करेगी, बल्कि यूरोप को भी एआई क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाएगी। इसके जरिए कंपनी अपनी टीम का विस्तार, नए उत्पादों का विकास और बड़े पैमाने पर एआई मॉडल का निर्माण कर सकेगी।
और पढ़ें: मेटा के एआई प्रमुखों ने ऐप्स में Google और OpenAI मॉडल के इस्तेमाल पर चर्चा की
विश्लेषकों का कहना है कि यूरोप में एआई की दौड़ अब तेज़ हो चुकी है और मिस्ट्रल का तेजी से उभरना इस बात का प्रमाण है कि महाद्वीप अब इस क्षेत्र में वैश्विक प्रतिस्पर्धा का हिस्सा बनने के लिए गंभीर है।
और पढ़ें: टीसीएस ने अमित कपूर को नई एआई इकाई का प्रमुख नियुक्त किया