एंथम बायोसाइंसेज का आईपीओ तीसरे दिन 63.86 गुना सब्सक्राइब हुआ, जिसमें सभी कैटेगरीज के निवेशकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। क्यूआईबी कैटेगरी में 182.6 गुना, एनआईआई में 42.35 गुना और रिटेल में 6.59 गुना आवेदन आए। कर्मचारियों के लिए आरक्षित हिस्सा भी पूरी तरह भर गया।
ग्रे मार्केट में भी एंथम के शेयरों का क्रेज बना हुआ है। शेयर 157 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है, जो कि 28% का अनऑफिशियल प्रॉफिट इशारा करता है। अगर यही ट्रेंड रहा, तो लिस्टिंग 727 रुपये तक हो सकती है।
शेयर अलॉटमेंट की तारीख 17 जुलाई तय है, जबकि बीएसई और एनएसई पर लिस्टिंग 21 जुलाई को होगी।
जोखिम के पहलू:
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कमाई का सीमित स्रोत
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जटिल मॉलिक्यूल्स का निर्माण
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टेक्नोलॉजी में सतत निवेश की जरूरत
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नियामकीय सख्ती
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टॉप 5 क्लाइंट्स पर निर्भरता
ग्रोथ स्ट्रैटेजी:
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R&D और टेक कैपेबिलिटी को बढ़ावा
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प्रोडक्शन यूटिलाइजेशन में सुधार
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खास और जटिल केमिकल्स पर फोकस
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टिकाऊ ग्रीन केमिस्ट्री पर ध्यान
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संभावित अधिग्रहण
ब्रोकरेज हाउस की राय:
SBI सिक्योरिटीज: FY23–FY25 के दौरान 32% CAGR से रेवेन्यू ग्रोथ और 18% PAT ग्रोथ ने एंथम को मजबूत कंपनी साबित किया है। कंपनी के पास ऑर्डर बुक और कैपेक्स दोनों हैं।
SMC: CRDMO सेक्टर में एंथम की ग्रोथ पॉसिबिलिटी जबरदस्त है। FY25 तक 30% रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान।
आनंद राठी: कंपनी की गहरी R&D, मजबूत क्लाइंट बेस और अलग बिजनेस मॉडल उसे दूसरों से अलग बनाता है।
च्वॉइस ब्रोकिंग: सेक्टर में कॉम्पिटिशन तगड़ा है, लेकिन कंपनी के मार्जिन बेहतर हैं। आगे रेवेन्यू बढ़ेगा, लेकिन मार्जिन में लिमिटेड ग्रोथ दिख सकती है।
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट ब्रोकरेज हाउसेज़ की राय पर आधारित है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। बाजार में जोखिम हमेशा बना रहता है।