अमेरिका में टैरिफ को लेकर बढ़ती चिंताओं और वैश्विक स्तर पर बिकवाली के दबाव से भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। दिनभर की अस्थिर ट्रेडिंग के बाद बीएसई सेंसेक्स 585.67 अंकों (0.72%) की गिरावट के साथ 80,599.91 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह 690.01 अंक (0.84%) तक लुढ़ककर 80,495.57 तक चला गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका द्वारा कई देशों पर ऊंचे टैरिफ लगाने की घोषणा से वैश्विक बाजारों में निवेशकों का भरोसा डगमगा गया है। इसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा, जहां निवेशकों ने मुनाफावसूली को तरजीह दी।
निफ्टी 50 इंडेक्स भी 161.55 अंक (0.66%) गिरकर 24,473.20 पर बंद हुआ। बैंकिंग, आईटी और मेटल सेक्टर के शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली देखने को मिली। रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक और टाटा स्टील जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई, जिससे सेंसेक्स पर भारी दबाव बना।
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हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है और आने वाले दिनों में बाजार वैश्विक संकेतों और घरेलू आर्थिक आंकड़ों के आधार पर स्थिर हो सकता है। विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) भी बाजार में सतर्कता बरत रहे हैं, जिससे वोलैटिलिटी बढ़ी हुई है।
ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि निवेशकों को इस समय सतर्क रहते हुए मजबूत कंपनियों में लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान देना चाहिए।
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