वित्त राज्य मंत्री ने संसद में जानकारी दी है कि केंद्र सरकार को चालू वित्त वर्ष के दौरान राजस्व में किसी तरह की कमी की आशंका नहीं है। उन्होंने भरोसा जताया कि सरकार निर्धारित राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को समय पर पूरा कर लेगी।
मंत्री ने कहा कि सरकार की वित्तीय स्थिति मजबूत है और राजस्व संग्रहण अपेक्षानुसार हो रहा है। अब तक के आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि कर संग्रह और गैर-कर आय दोनों ही संतोषजनक स्तर पर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राजस्व की स्थिति को लेकर कोई "गंभीर चिंता" नहीं है।
सरकार ने वर्ष 2025 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 5.1% निर्धारित किया है, जिसे प्राप्त करने की दिशा में योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है। मंत्री ने बताया कि खर्च पर भी अनुशासन बरता जा रहा है और सभी मंत्रालयों को बजट सीमाओं के भीतर कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मौजूदा वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था में स्थिरता और लचीलापन है। सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में सुधारात्मक उपाय किए हैं, जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिली है और राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी हुई है।
इस बयान से यह संकेत मिलता है कि सरकार राजकोषीय अनुशासन बनाए रखते हुए आर्थिक विकास को संतुलित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।