बुधवार (29 अक्टूबर, 2025) को रुपये में मजबूती दर्ज की गई। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे बढ़कर 88.21 प्रति डॉलर (अनंतिम) पर बंद हुआ। घरेलू बाजारों में मजबूती और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर सकारात्मक उम्मीदों के चलते रुपये में यह तेजी देखी गई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, व्यापारिक माहौल में उत्साह, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और शेयर बाजारों में मजबूती ने निवेशकों का मनोबल बढ़ाया। हालांकि, आयातकों की डॉलर की मांग ने रुपये की बढ़त को सीमित किया। निवेशक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक के फैसले से पहले सतर्क बने हुए हैं।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 88.21 पर खुला और कारोबार के दौरान 88.15 से 88.35 के दायरे में उतार-चढ़ाव करता रहा। अंततः यह 88.21 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव 88.29 की तुलना में 8 पैसे की बढ़त है। मंगलवार को रुपया 10 पैसे कमजोर होकर बंद हुआ था।
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मिराए एसेट शेयर्खान के करेंसी विशेषज्ञ अनुज चौधरी ने कहा कि घरेलू बाजारों की मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से रुपया सकारात्मक रुख रख सकता है। हालांकि, आयातकों की डॉलर मांग से तेज बढ़त सीमित रह सकती है।
इस बीच, डॉलर इंडेक्स 0.21% बढ़कर 98.87 पर पहुंच गया, जबकि ब्रेंट क्रूड 0.22% बढ़कर 65.54 डॉलर प्रति बैरल रहा। घरेलू शेयर बाजारों में सेंसेक्स 368.97 अंकों की छलांग के साथ 84,997.13 पर और निफ्टी 117.70 अंकों की बढ़त के साथ 26,053.90 पर बंद हुआ। विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को 10,339.80 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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