लगातार छह दिन की तेजी के बाद शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान गिरावट देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 262.05 अंक टूटकर 81,738.66 पर आ गया। वहीं, एनएसई निफ्टी में भी शुरुआती गिरावट दर्ज की गई। विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट मुख्य रूप से आईटी और बैंकिंग शेयरों में बिकवाली के कारण आई है।
विश्लेषकों का कहना है कि पिछले कुछ सत्रों में लगातार तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी है। खासतौर पर बैंकिंग और आईटी सेक्टर के शेयरों में दबाव दिखा, जिससे बाजार की गति थम गई। इसके अलावा, वैश्विक बाजारों से मिले मिश्रित संकेतों और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की सतर्क रणनीति ने भी घरेलू बाजार के रुख को प्रभावित किया।
ब्रोकरेज हाउस के विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है और दीर्घकालिक निवेशकों के लिए अच्छे शेयरों में खरीदारी का अवसर प्रदान कर सकती है। हालांकि, अल्पकालिक निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
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वहीं, रुपये में हल्की कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव ने भी बाजार की धारणा पर असर डाला। कुछ बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि यदि वैश्विक स्तर पर सकारात्मक संकेत मिलते हैं, तो आने वाले सत्रों में बाजार दोबारा तेजी पकड़ सकता है।
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