अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 25% का अतिरिक्त आयात शुल्क लगाए जाने के फैसले का असर भारतीय शेयर बाजार पर साफ दिखाई दिया। सप्ताह के शुरुआत में ही सोमवार की सुबह सेंसेक्स और निफ्टी में तेज गिरावट दर्ज की गई।
सेंसेक्स 500 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ खुला, जबकि निफ्टी भी 150 अंकों से अधिक लुढ़क गया। ट्रम्प के इस कदम से भारत अमेरिका के सबसे अधिक टैरिफ झेलने वाले देशों में शामिल हो गया है, जिससे निवेशकों के बीच चिंता का माहौल पैदा हो गया है।
शुल्क वृद्धि से ऑटोमोबाइल, फार्मा, आईटी और मेटल सेक्टर पर खासा असर पड़ा है। इन क्षेत्रों से जुड़े शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि ये उत्पाद अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले मुख्य सामानों में आते हैं।
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वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रम्प प्रशासन का यह निर्णय वैश्विक व्यापार युद्ध की स्थिति को और गंभीर बना सकता है। भारतीय निर्यातकों को अब अमेरिका में प्रतिस्पर्धा में पिछड़ने की आशंका है, जिससे देश के व्यापार घाटे और आर्थिक संतुलन पर भी असर पड़ सकता है।
सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन वाणिज्य मंत्रालय स्थिति पर नजर बनाए हुए है। विश्लेषकों का कहना है कि यदि यह शुल्क लंबे समय तक लागू रहता है, तो भारत को अमेरिका के साथ अपने व्यापारिक रिश्तों की समीक्षा करनी पड़ सकती है।
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