एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग संगठन (एपेक) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अधिकांश सदस्य देश मुक्त और खुले व्यापार के पक्ष में हैं और इसी दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शुल्क नीति ने संगठन के वार्षिक शिखर सम्मेलन पर अपनी छाया डाली है।
एपेक सचिवालय के नीति समर्थन इकाई के निदेशक कार्लोस कुरियामा ने शुक्रवार को बताया कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि शिखर सम्मेलन एक संयुक्त घोषणा तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका सहित सभी सदस्य देश इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
कुरियामा ने कहा, “कई एपेक सदस्य देश मुक्त व्यापार के समर्थन में हैं। हमने कई राष्ट्राध्यक्षों और आर्थिक नेताओं को इस मंच पर इसकी वकालत करते सुना है।” यह बातचीत दक्षिण कोरिया के ग्योंगजू में आयोजित दो दिवसीय वार्षिक बैठक के दौरान हुई, जिसमें 21 सदस्य देशों के नेताओं ने भाग लिया।
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उन्होंने बताया कि “अधिकांश एपेक देश वास्तव में मुक्त और खुले व्यापार की दिशा में बढ़ रहे हैं।” कुरियामा ने चीन और आसियान देशों के बीच हाल ही में हुए व्यापार समझौते को इसका उदाहरण बताया।
इस शिखर सम्मेलन में अमेरिका का प्रतिनिधित्व ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने किया, जबकि राष्ट्रपति ट्रंप दक्षिण कोरिया और चीन के साथ व्यापारिक समझौते करने के बाद एशिया छोड़ चुके थे।
कुरियामा ने कहा कि ये द्विपक्षीय समझौते भी एपेक क्षेत्र में व्यापार बाधाएं कम करने और नीतिगत अनिश्चितता घटाने में मददगार हैं। उन्होंने बताया कि एपेक, जो वैश्विक जीडीपी का 61 प्रतिशत हिस्सा है, इस वर्ष 3.1 प्रतिशत और अगले वर्ष 2.9 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर्ज करने की संभावना है।
उन्होंने माना कि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों में सर्वसम्मति पाना कठिन है, लेकिन एपेक जैसे गैर-बाध्यकारी संवाद मंच देशों को खुले वातावरण में समाधान खोजने का अवसर प्रदान करते हैं।
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