अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग को उसकी लंबे समय से विलंबित 777X विमान परियोजना पर बड़ा झटका लगा है। कंपनी ने बुधवार को बताया कि उसे इस परियोजना में लगभग 5 अरब डॉलर का अतिरिक्त नुकसान झेलना पड़ा है और अब इसकी पहली डिलीवरी 2027 तक टाल दी गई है।
यह विमान बोइंग की चौड़ी बॉडी वाले विमानों की दीर्घकालिक रणनीति का प्रमुख हिस्सा है, जिसे पहले उसके प्रसिद्ध 747 और 777 मॉडलों ने संचालित किया था। हालांकि, लगातार प्रमाणीकरण और उत्पादन में देरी ने इस परियोजना को वर्षों पीछे धकेल दिया है। अब तक इस कार्यक्रम पर बोइंग 15 अरब डॉलर से अधिक का खर्च उठा चुकी है, जिससे उसकी वित्तीय स्थिति पर दबाव बढ़ गया है।
कंपनी के सीईओ केली ऑर्टबर्ग ने पिछले महीने कहा था कि 777X के प्रमाणन में “बहुत सारा काम बाकी है”, लेकिन उस समय उन्होंने किसी नई देरी का संकेत नहीं दिया था। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कोई नई तकनीकी समस्या सामने नहीं आई है।
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विशेषज्ञों के अनुसार, यह ताज़ा वित्तीय नुकसान पहले के अनुमान (2 से 4 अरब डॉलर) से कहीं अधिक है। उद्योग विश्लेषक रिचर्ड अबूलाफिया ने कहा, “यह बोइंग की वित्तीय स्थिति को तो नहीं डुबोएगा, लेकिन इससे भविष्य में और समस्याओं की आशंका बढ़ गई है।”
बोइंग की यह देरी उस समय आई है जब अंतरराष्ट्रीय यात्रा की मांग बढ़ रही है और एयरलाइंस बड़े विमानों की खरीद बढ़ा रही हैं। देरी के चलते कंपनी को ग्राहकों को देर से डिलीवरी पर जुर्माना और उत्पादन लागत दोनों चुकाने पड़ रहे हैं।
बोइंग हाल ही में अपने 737 MAX विमान उत्पादन को भी बढ़ा रही है, जिसे अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने प्रति माह 42 विमान तक उत्पादन की मंजूरी दी है। सितंबर में कंपनी ने 55 विमान डिलीवर किए — 2018 के बाद किसी एक महीने में सबसे अधिक।
कंपनी का तिमाही राजस्व 30% बढ़कर 23.27 अरब डॉलर तक पहुंच गया, हालांकि उसे प्रति शेयर 7.47 डॉलर का समायोजित घाटा दर्ज करना पड़ा।
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