जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के छत्रू क्षेत्र में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच बुधवार सुबह से मुठभेड़ जारी है। सेना के अनुसार, यह कार्रवाई खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू की गई, जिसमें सेना और पुलिस ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया।
सूत्रों के मुताबिक, कलाबन के जंगलों में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच जोरदार गोलीबारी हुई है। बताया जा रहा है कि यह इलाका घने पहाड़ों और जंगलों से घिरा है, जहां हाल के दिनों में कई पाकिस्तानी आतंकियों के छिपे होने की आशंका जताई गई है।
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, जम्मू क्षेत्र में प्रतिदिन लगभग 120 आतंक विरोधी अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि विदेशी आतंकियों को क्षेत्र से बाहर निकाला जा सके। कभी शांत रहने वाला यह इलाका अब आतंकी गतिविधियों के लिए उच्च खतरे वाले जोन में शामिल हो गया है।
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पुलिस अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि विदेशी आतंकी, जो जंगल युद्ध (jungle warfare) में प्रशिक्षित हैं, अब जम्मू क्षेत्र में गंभीर सुरक्षा चुनौती बन चुके हैं। सेना का कहना है कि इन अभियानों का उद्देश्य ऐसे आतंकियों को खत्म करना है जो सीमा पार से घुसपैठ कर यहां छिपे हुए हैं।
पिछले चार वर्षों में जम्मू क्षेत्र में आतंकी घटनाओं में तेजी आई है। केवल किश्तवाड़ जिले में पिछले सात महीनों में छह मुठभेड़ें हो चुकी हैं। हाल ही में 13 सितंबर को नैदग्राम क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में दो सैनिक शहीद हुए थे।
22 मई को भी छत्रू इलाके के सिंगपोरा क्षेत्र में एक जवान और दो आतंकियों की मौत हुई थी, जबकि अप्रैल में तीन आतंकी मारे गए थे। सुरक्षा बलों ने एलओसी के अखनूर सेक्टर में भी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया था।
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