अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर लगाए गए टैरिफ को दोगुना करते हुए 50% कर दिया है। यह कदम भारत द्वारा रूस से तेल खरीदना जारी रखने के कारण उठाया गया है।
व्हाइट हाउस के अनुसार, शुरुआती 25% ड्यूटी 7 अगस्त से प्रभावी होगी, जबकि अतिरिक्त 25% लेवी 21 दिनों बाद लागू होगी। इस प्रकार कुल मिलाकर भारत से अमेरिका को होने वाले निर्यात पर 50% का टैरिफ लगाया जाएगा।
ट्रंप प्रशासन का कहना है कि भारत का रूसी तेल खरीदना अमेरिका की ऊर्जा सुरक्षा और प्रतिबंध नीतियों के खिलाफ है। ट्रंप ने कहा, “हम अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करेंगे। जो देश रूस के युद्ध तंत्र को मजबूत करेंगे, उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी।”
और पढ़ें: ट्रंप के 35% टैरिफ के बाद कनाडा के पीएम बोले: जब सही लगेगा, तब बात करेंगे
विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम भारत-अमेरिका व्यापारिक संबंधों पर बड़ा असर डाल सकता है। इससे भारत के स्टील, एल्युमिनियम, फार्मास्यूटिकल्स और अन्य निर्यात प्रभावित हो सकते हैं।
भारतीय अधिकारियों ने इस निर्णय पर चिंता जताई है और कहा है कि यह वैश्विक ऊर्जा बाजार की स्थिरता को प्रभावित करेगा। भारत का तर्क है कि वह ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न स्रोतों से तेल आयात करता है और यह पूरी तरह से वैध व्यापारिक निर्णय है।
यह हालिया वृद्धि पहले से लागू 25% टैरिफ को दोगुना कर देती है, जिससे अगले कुछ हफ्तों में दोनों देशों के बीच कूटनीतिक तनाव और बढ़ सकता है।
और पढ़ें: ट्रंप ने भारत से आयात पर 25% टैरिफ और अतिरिक्त जुर्माना लगाया, वाणिज्य मंत्रालय ने कहा – राष्ट्रीय हित की रक्षा करेंगे