साइबर अपराध पर लगाम कसते हुए देशभर की पुलिस एजेंसियों ने एक समन्वित अभियान में 45 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां विभिन्न ऑनलाइन ठगी मामलों से जुड़ी हैं, जिनमें फर्जी कॉल सेंटर, फिशिंग, फर्जी लिंक के जरिए ठगी और डिजिटल पेमेंट धोखाधड़ी जैसे अपराध शामिल हैं।
गृह मंत्रालय के निर्देश पर राष्ट्रीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (NCCRC) के तहत यह विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें कई राज्यों की साइबर सेल ने एक साथ कार्रवाई की। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी देश के अलग-अलग हिस्सों से सक्रिय थे और हजारों लोगों को ठगी का शिकार बना चुके थे।
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने सैकड़ों मोबाइल फोन, लैपटॉप, फर्जी सिम कार्ड, बैंक पासबुक और डिजिटल वॉलेट जब्त किए हैं। कई मामलों में आरोपी विदेशी ग्राहकों को भी निशाना बना रहे थे और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैसे की हेराफेरी कर रहे थे।
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पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों का नेटवर्क बेहद संगठित था और वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ई-कॉमर्स साइट्स और नकली कस्टमर केयर नंबरों के जरिए लोगों को फंसाते थे।
साइबर अपराध विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे अनजान कॉल, संदिग्ध लिंक और ऑनलाइन ऑफर्स से सावधान रहें और किसी भी धोखाधड़ी की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
यह coordinated अभियान डिजिटल धोखाधड़ी पर सख्त कार्रवाई का संकेत है और भविष्य में ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए नीति-निर्माताओं के प्रयासों का हिस्सा है।
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