दिल्ली पुलिस ने द्वारका के एक होटल में छापेमारी कर अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध गिरोह के नौ सदस्यों को गिरफ्तार किया। इस गिरोह का संचालन दुबई से होता था और उन्होंने केवल पांच दिनों में एक खाते के माध्यम से 5.24 करोड़ रुपये से अधिक की कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग की।
पुलिस ने आरोपियों की पहचान इस प्रकार की: महाराष्ट्र के सुलतान सलीम शेख, बेंगलुरु के सैयद अहमद चौधरी, ठाणे के सतीश कुमार, दिल्ली के तुषार मलिया, शिवम, सुनील, और राजस्थान के प्रभु दयाल, तरुण शर्मा और सुरेश कुमार कुमावत।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने होटल, हवाला ऑपरेटरों और 10,000 से अधिक लेन-देन की जांच की। प्रारंभिक जांच में यह पता चला कि गिरोह ने विभिन्न फर्जी ऑनलाइन लेन-देन और हवाला चैनलों के माध्यम से धन उगाही कर रहा था। अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय अपराधों में संलिप्त था और इसके माध्यम से भारत और अन्य देशों में धन के अवैध हस्तांतरण का काम किया जाता था।
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पुलिस ने कहा कि गिरोह के सदस्य उच्च तकनीकी साधनों का उपयोग कर लेन-देन को ट्रैक करने से बचते थे। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और अन्य संबंधित कानूनों के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आगे की जांच कर यह पता लगा रही है कि गिरोह के अन्य सदस्य और उनके सहयोगी कहां स्थित हैं।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हुआ कि साइबर अपराध और मनी लॉन्ड्रिंग में अंतरराष्ट्रीय गिरोह सक्रिय हैं और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
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