पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर गैंगरेप मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। मामले में गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों को अब अपराध की पुनर्निर्माण (crime reconstruction) प्रक्रिया के लिए घटनास्थल पर ले जाया जाएगा। यह कदम पुलिस जांच के हिस्से के रूप में उठाया जा रहा है ताकि अपराध की सटीक परिस्थितियों और आरोपियों की भूमिका को स्पष्ट किया जा सके।
अधिकारियों के अनुसार, यह पुनर्निर्माण परनागंज कालीबाड़ी श्मशान घाट के पास स्थित जंगल क्षेत्र में किया जाएगा, जहां यह भयावह वारदात हुई थी। यह स्थान एक निजी मेडिकल कॉलेज के गेट के निकट बताया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अपराध की पुनर्निर्माण प्रक्रिया के दौरान आरोपियों को यह दिखाना होगा कि उन्होंने अपराध को किस तरह अंजाम दिया। पूरी प्रक्रिया वीडियो रिकॉर्ड की जाएगी ताकि अदालत में साक्ष्य के रूप में इस्तेमाल किया जा सके।
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मामला बीते हफ्ते उस समय सुर्खियों में आया जब एक महिला डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की घटना ने राज्य भर में आक्रोश फैला दिया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। घटना के बाद राज्य सरकार ने इस मामले की जांच विशेष जांच दल (SIT) को सौंप दी थी।
स्थानीय लोगों और नागरिक संगठनों ने पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं। पुलिस का कहना है कि वह जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल कर न्याय सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।
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