ओडिशा के गहिरमाथा मरीन सेंक्चुरी में कछुओं के संरक्षण क्षेत्र में अवैध मछली पकड़ने के मामले में ग्यारह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके ट्रॉलर को जब्त कर लिया गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ये सभी मरीन मछुआरे केंद्रापाड़ा जिले के रहने वाले हैं। सोमवार, 1 दिसंबर 2025 को इन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अधिकारियों के अनुसार, इन पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
हालिया कार्रवाई के साथ, 1 नवंबर 2025 से अब तक कुल 130 मछुआरों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और लगभग दर्जनभर नौकाएं जब्त की गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि मरीन सेंक्चुरी में किसी भी प्रकार का मत्स्यनिषेध पूरे वर्ष लागू रहता है, क्योंकि यह क्षेत्र अति संवेदनशील और जैव विविधता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
राज्य सरकार ने 1 नवंबर 2025 से धामरा से देवी नदी मुहाने तक 20 किलोमीटर के समुद्री तट पर सात महीने का मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगाया है। यह प्रतिबंध संकटग्रस्त ओलिव रिडले समुद्री कछुओं के बड़े पैमाने पर होने वाले अंडे देने (मास नेस्टिंग) के समय को ध्यान में रखते हुए लगाया गया है।
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वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गहिरमाथा को समुद्री अभयारण्य का दर्जा प्राप्त है, इसलिए यहां पूरे वर्ष प्रतिबंध लागू रहता है। कछुओं की मृत्यु जाल में फँसने से दम घुटने (asphyxiation) या ट्रॉलरों की टक्कर लगने से होती है, जिसके कारण यह क्षेत्र अत्यधिक संवेदनशील घोषित है। संरक्षण प्रयासों के तहत, अवैध मछली पकड़ने पर कड़ी कार्रवाई जारी है ताकि ओलिव रिडले कछुओं की प्रजाति को सुरक्षित रखा जा सके।
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