राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार (15 दिसंबर 2025) को जम्मू की एक विशेष अदालत में पहलगाम आतंकी हमले के मामले में सात आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। इनमें पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और उससे जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) का कुख्यात आतंकी और हैंडलर साजिद जट्ट भी शामिल है। इसके अलावा चार अन्य आतंकी और दो स्थानीय सहयोगियों को भी आरोपी बनाया गया है।
एनआईए द्वारा दायर 1,597 पन्नों की विस्तृत चार्जशीट में यह स्पष्ट किया गया है कि इस आतंकी हमले की साजिश सीधे पाकिस्तान में रची गई थी। एजेंसी के अनुसार, पिछले लगभग आठ महीनों तक चली वैज्ञानिक और तकनीकी जांच के बाद यह निष्कर्ष सामने आया कि पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित कर रहा है।
चार्जशीट में उन तीन पाकिस्तानी आतंकियों का भी उल्लेख है, जिन्हें जुलाई 2025 में श्रीनगर के दाचीगाम क्षेत्र में ‘ऑपरेशन महादेव’ के दौरान भारतीय सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। इन आतंकियों की भूमिका पहलगाम हमले की साजिश और उसके क्रियान्वयन में अहम बताई गई है।
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एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि जांच के दौरान डिजिटल सबूत, संचार रिकॉर्ड, वित्तीय लेन-देन और स्थानीय नेटवर्क की गहराई से जांच की गई। इससे यह साबित हुआ कि पाकिस्तान से निर्देश और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे थे, जबकि स्थानीय सहयोगियों की मदद से हमले को अंजाम दिया गया।
एजेंसी ने कहा कि यह चार्जशीट आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को दर्शाती है और ऐसे नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
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