लुधियाना की ताजपुर रोड स्थित सेंट्रल जेल में बुधवार (17 दिसंबर 2025) को शांति बहाल कर दी गई। यह स्थिति एक दिन पहले उस समय बिगड़ गई थी, जब कैदियों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प में जेल अधीक्षक सहित कई लोग घायल हो गए थे। अधिकारियों के अनुसार फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं और जेल परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक, करीब 200 कैदियों ने एक बैरक के पास पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। जेल परिसर के बाहर मौजूद लोगों का कहना है कि घटना के दौरान करीब 20 मिनट तक जेल के अंदर से सायरन की आवाजें सुनाई देती रहीं। यह हिंसक घटना मंगलवार (16 दिसंबर) देर शाम उस समय हुई, जब कैदियों के बीच आपसी झगड़ा शुरू हो गया।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नियमित जांच के दौरान जब जेल अधिकारियों ने कैदियों के झगड़े को शांत कराने की कोशिश की, तो कुछ कैदियों ने उन पर हमला कर दिया। इस दौरान जेल अधीक्षक कुलवंत सिद्धू पर कथित तौर पर एक कैदी ने ईंट से सिर पर वार किया, जिससे वे बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
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इस घटना में जेल डीएसपी जगजीत सिंह, एक थाना प्रभारी और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कम से कम दो जवान भी घायल हुए हैं। इसके अलावा, झड़प में कुछ कैदियों को भी चोटें आई हैं।
एसीपी (पूर्व) सुमित सूद ने बताया कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और यह जांच की जा रही है कि पूरी घटना कैसे और किन परिस्थितियों में हुई। घटना की जानकारी पंजाब के जेल मंत्री ललजीत सिंह भुल्लर को भी दी गई है, जिन्होंने जेल प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
मंगलवार रात को हालात बिगड़ने के बाद पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा भारी पुलिस बल के साथ जेल पहुंचे और कानून-व्यवस्था बहाल की। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में भी इसी जेल में कैदियों के बीच एक बड़ा संघर्ष हो चुका है।
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