भारतीय सेना के गजराज कोर द्वारा ‘सैडल-बोर्न वारियर्स’ नामक सात दिवसीय मोटरसाइकिल रैली का आयोजन किया जा रहा है। यह रैली 1975 में तिब्बती सीमा के पास हिमालयी दर्रे तुलुंग ला में चार असम राइफल्स जवानों की शहादत की 50वीं वर्षगांठ पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आयोजित की जा रही है।
उक्त वर्ष, चीनी सैनिकों ने असम राइफल्स की एक पेट्रोलिंग टीम पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें चार जवानों की शहादत हुई। यह घटना भारतीय सेना के लिए हमेशा यादगार और दुखद रही है। इस रैली के माध्यम से सेना न केवल वीर जवानों की स्मृति में उन्हें सम्मानित करेगी, बल्कि उनकी बहादुरी और देशभक्ति को भी उजागर करेगी।
रैली में भाग लेने वाले जवान और मोटरसाइकिल चालक हिमालयी रास्तों और चुनौतीपूर्ण भौगोलिक परिस्थितियों से गुजरेंगे। आयोजन का उद्देश्य युवाओं और नागरिकों में सेना के साहस और देशभक्ति की भावना को भी प्रबल करना है।
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इस रैली में भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी और असम राइफल्स के वर्तमान और पूर्व सैनिक शामिल होंगे। रैली का मार्ग सीमा के पास सुरक्षित क्षेत्रों से होकर गुजरेगा और इसे उच्च सुरक्षा मानकों के अनुसार संचालित किया जाएगा।
गजराज कोर के अधिकारियों के अनुसार यह रैली सैनिकों की शहादत को याद करने का महत्वपूर्ण तरीका है और इससे सेना और आम जनता के बीच सम्मान और विश्वास भी बढ़ेगा। इस आयोजन से भारतीय सेना की वीरता, सीमा सुरक्षा और देशभक्ति के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है।
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