दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्पाइसजेट की काठमांडू जाने वाली उड़ान में संदिग्ध टेलपाइप फायर की घटना सामने आई। हालांकि, विमान में सवार सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं और घटना पर तुरंत काबू पा लिया गया।
अधिकारियों के अनुसार, उड़ान भरने से ठीक पहले विमान के इंजन के पीछे से आग जैसी लपटें दिखाई दीं। इसे तकनीकी भाषा में “टेलपाइप फायर” या “इंटरनल फायर” कहा जाता है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब इंजन के सामान्य गैस प्रवाह पथ के भीतर अतिरिक्त ईंधन जल उठता है। आमतौर पर यह अत्यधिक खतरनाक नहीं होता, लेकिन अगर समय पर नियंत्रित न किया जाए तो स्थिति गंभीर हो सकती है।
सूत्रों ने बताया कि पायलट और ग्राउंड स्टाफ ने तुरंत एहतियाती कदम उठाए और इंजन को बंद कर दिया। इसके बाद विमान को सुरक्षित पार्किंग एरिया में ले जाया गया। यात्रियों को भी सुरक्षित रूप से विमान से उतार दिया गया।
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स्पाइसजेट ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया। एयरलाइन ने तकनीकी टीम को विमान की पूरी जांच करने के निर्देश दिए हैं ताकि समस्या के मूल कारण का पता लगाया जा सके।
एयरलाइन विशेषज्ञों का कहना है कि टेलपाइप फायर दुर्लभ घटनाओं में से एक है और आमतौर पर टेकऑफ या स्टार्टअप प्रक्रिया के दौरान होती है। हालांकि यह घटना यात्रियों के लिए चिंताजनक रही, लेकिन त्वरित कार्रवाई ने किसी बड़े हादसे को टाल दिया।
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