एयर इंडिया ने “Sky isn’t the limit, it’s just the beginning” स्लोगन के साथ पायलटों की बड़ी भर्ती अभियान की घोषणा की है। यह ऐलान उस समय सामने आया है जब घरेलू विमानन क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी इंडिगो पायलटों की भारी कमी से जूझ रही है, जिसके कारण उड़ानों में बड़े स्तर पर देरी, कैंसिलेशन और शेड्यूल बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने कहा है कि वह अपने एयरबस A320 और बोइंग 737 बेड़े के लिए पायलटों की भर्ती कर रही है। ये दोनों विमान घरेलू और मध्यम दूरी की उड़ानों की रीढ़ माने जाते हैं। एयर इंडिया की सामान्य भर्ती पोस्ट सोशल मीडिया पर इसलिए ज्यादा वायरल हुई क्योंकि इसी बीच इंडिगो में पायलटों की कमी से पूरे देश में उड़ान संचालन प्रभावित हुआ है।
इंडिगो की यह स्थिति DGCA द्वारा पिछले साल जारी किए गए नए Flight Duty Time Limitations (FDTL) नियमों के लागू होने के बाद पैदा हुई, जो पायलटों को अनिवार्य आराम और अन्य सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करते हैं। नए FDTL के चलते इंडिगो के शेड्यूल में भारी गड़बड़ी आई और कंपनी बड़ी संख्या में पायलटों को समायोजित नहीं कर पाई।
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एयर इंडिया ने कहा कि वह A320 fleet के लिए अनुभवी “टाइप रेटेड” पायलटों को नियुक्त करना चाहती है। वहीं B737 बेड़े के लिए “टाइप रेटेड” और “नॉन-टाइप रेटेड” दोनों प्रकार के पायलटों की भर्ती की जाएगी। टाइप रेटिंग का मतलब है कि पायलट ने किसी विशेष विमान प्रकार पर विशिष्ट प्रशिक्षण और परीक्षण पूरा किया है।
हालांकि इंडिगो ने दावा किया था कि उसकी सेवाएं धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं, फिर भी आज कई उड़ानें रद्द हुईं। इस संकट का असर इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों पर भी पड़ा, जो 6.9% गिर गए—पिछले आठ महीनों में सबसे बड़ी गिरावट।
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