दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट मामले में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। इस विस्फोट में 13 लोगों की मौत हुई थी, जिसके बाद कई एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से जांच शुरू की गई। ताज़ा कार्रवाई के तहत दिल्ली पुलिस ने तीन और लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें हरियाणा स्थित अल-फला यूनिवर्सिटी के दो डॉक्टर भी शामिल हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को इसकी पुष्टि की।
सूत्रों के अनुसार, इन व्यक्तियों से ब्लास्ट में उनकी संभावित भूमिका और संदिग्ध गतिविधियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि इनका संबंध ब्लास्ट की साजिश रचने वालों या उनके सहयोगियों से हो सकता है। जांच के दौरान पुलिस को कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, दस्तावेज और कई डिजिटल रिकॉर्ड मिले हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
इसी बीच, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने अल-फला यूनिवर्सिटी के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। ये एफआईआर धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े से संबंधित मामलों में दर्ज की गई हैं। यह कार्रवाई तब हुई जब यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (UGC) और नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिटेशन काउंसिल (NAAC) ने संस्थान में कथित अनियमितताओं की ओर संकेत किया।
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अधिकारियों का कहना है कि विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों में गड़बड़ियां पाई गईं, साथ ही मान्यता प्राप्त करने में भी कई नियमों का पालन नहीं किया गया। इन वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितताओं को गंभीर मानते हुए पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
जांच एजेंसियां अब यह तलाशने में जुटी हैं कि क्या यूनिवर्सिटी से जुड़े कुछ लोग ब्लास्ट की योजना बनाने वालों से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े थे। अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ जारी है और आने वाले दिनों में कुछ और महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं।
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