ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री तथा कलबुर्गी जिला प्रभारी मंत्री प्रियंक खड़गे ने रविवार (16 नवंबर 2025) को बताया कि कलबुर्गी जिले की सभी पांच चीनी मिलों और यादगीर जिले की एक मिल ने गन्ना किसानों को प्रति टन ₹2,950 का भुगतान खरीद के 14 दिनों के भीतर करने पर सहमति जताई है।
कलबुर्गी के उपायुक्त कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए चीनी मिल मालिकों और उनके प्रतिनिधियों के साथ कई दौर की बैठकें कीं। इन चर्चाओं के बाद गन्ने का समर्थन मूल्य तय किया गया।
उन्होंने कहा, “हमने इस मुद्दे पर फैक्ट्री प्रबंधन के साथ भी विस्तृत चर्चा की। अंततः मिलें प्रति टन ₹2,950 की निर्धारित कीमत चुकाने के लिए तैयार हो गई हैं।”
मंत्री खड़गे ने आगे बताया कि कृषि, बागवानी और राजस्व विभागों द्वारा एनडीआरएफ दिशानिर्देशों के तहत संयुक्त सर्वेक्षण में यह सामने आया कि जिले में कुल 3,24,205 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल क्षति दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि लगातार बदलते मौसम और सूखे की स्थिति से किसानों को गंभीर नुकसान हुआ है, जिसके मद्देनज़र सरकार गन्ना मूल्य निर्धारण और भुगतान प्रक्रिया को समयबद्ध करने पर जोर दे रही है।
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उन्होंने स्पष्ट किया कि अब सभी चीनी मिलों को तय मूल्य पर किसानों को समय पर भुगतान करना होगा और शासन इस व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखेगा। यदि किसी मिल द्वारा भुगतान में देरी या अनियमितता पाई जाती है, तो सरकार आवश्यक कार्रवाई करेगी।
प्रियंक खड़गे ने कहा कि सरकार किसानों की आय स्थिर करने और उनकी राहत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि फसल क्षति सर्वे के आधार पर पात्र किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ाई जाएगी।
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