अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति डिक चेनी, जिन्हें अमेरिकी राजनीति का सबसे शक्तिशाली और विवादास्पद उपराष्ट्रपति माना जाता है, का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। चेनी का निधन सोमवार रात (3 नवंबर 2025) निमोनिया और हृदय संबंधी जटिलताओं के कारण लंदन में हुआ।
परिवार की ओर से जारी बयान में कहा गया, “डिक चेनी ने दशकों तक अमेरिका की सेवा की — व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ, वायोमिंग के सांसद, रक्षा मंत्री और उपराष्ट्रपति के रूप में। वे साहस, सम्मान और देशभक्ति के प्रतीक थे।”
चेनी ने राष्ट्रपति जॉर्ज एच.डब्ल्यू. बुश के शासनकाल में पर्शियन गल्फ वॉर के दौरान रक्षा मंत्री के रूप में और बाद में जॉर्ज डब्ल्यू. बुश के शासनकाल में उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। उन्होंने 9/11 के बाद आतंकवाद के खिलाफ कठोर नीतियों, निगरानी, और हिरासत प्रणालियों का समर्थन किया।
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दिल के पांच दौरे झेलने और हार्ट ट्रांसप्लांट के बाद भी चेनी सक्रिय रहे। उन्होंने कभी नहीं खुलासा किया था कि उन्होंने अपने डिफिब्रिलेटर का वायरलेस फंक्शन बंद करवा दिया था, ताकि आतंकवादी उसे दूर से नियंत्रित कर जानलेवा झटका न दे सकें।
बाद के वर्षों में चेनी डोनाल्ड ट्रंप के आलोचक बन गए, विशेषकर तब जब उनकी बेटी लिज़ चेनी ने ट्रंप के खिलाफ कैपिटल हिल हमले की जांच में भूमिका निभाई। चेनी ने यहां तक कहा था — “अमेरिका के इतिहास में ट्रंप जैसा कोई बड़ा खतरा नहीं हुआ।”
डिक चेनी ने अपने राजनीतिक करियर में जहां सशक्त नेतृत्व का परिचय दिया, वहीं वे इराक युद्ध और कठोर नीतियों के कारण आलोचनाओं के भी केंद्र बने रहे। उनका कार्यकाल अमेरिका की सुरक्षा नीति के सबसे निर्णायक काल के रूप में याद किया जाएगा।
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