जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ ने बीबीसी को दिए एक साक्षात्कार में स्वीकार किया है कि यूरोप लंबे समय तक अमेरिका की रक्षा व्यवस्था पर निर्भर रहा है। उन्होंने कहा कि अब यूरोपीय देश इस वास्तविकता को स्वीकार कर रहे हैं और अपनी रक्षा ज़िम्मेदारियों को निभाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
मर्ज़ ने कहा, "हमें पता है कि हमें अपनी सुरक्षा के लिए और अधिक करना होगा। हम पहले 'फ्री-राइडर्स' रहे हैं, लेकिन अब अमेरिका हमसे जो अपेक्षा कर रहा है, उसे हम पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।"
फ्रेडरिक मर्ज़ इस समय ब्रिटेन के दौरे पर हैं, जहां वे जर्मनी और ब्रिटेन के बीच रक्षा सहयोग को मज़बूत करने के प्रयासों में जुटे हैं। यह दौरा एक ऐतिहासिक मैत्री संधि का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य केवल रक्षा ही नहीं, बल्कि अनियमित प्रवास को नियंत्रित करना और युवाओं के बीच सांस्कृतिक व शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना भी है।
मर्ज़ के चांसलर बनने के शुरुआती हफ्तों में ही रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी – जिसमें उन्होंने 1 अगस्त से यूरोपीय संघ के निर्यात पर 30% शुल्क लगाने की बात कही है – जैसे गंभीर मुद्दों का सामना करना पड़ा है।
यूरोप की बदलती रक्षा नीति और अमेरिका के साथ बढ़ते सहयोग को देखते हुए यह बयान अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।