पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) प्रमुख इमरान खान ने सेना प्रमुख जनरल मुनिर और उनकी टीम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे अपने शासन को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए जनता के खिलाफ उत्पीड़न कर रहे हैं। इमरान खान ने यह बयान सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से दिया।
इमरान खान ने कहा कि मुनिर और उनकी टीम ने जनता के मताधिकार को चुराया है और अब भय के साए में जी रहे हैं। इसी भय के कारण जनता के खिलाफ उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि लोकतांत्रिक अधिकारों और मूलभूत स्वतंत्रताओं पर लगातार हमला हो रहा है, जिससे देश की राजनीतिक स्थिरता खतरे में है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी चेतावनी दी कि यह अत्याचार केवल राजनीतिक विरोधियों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि आम नागरिकों और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रहे हैं। इमरान खान ने कहा कि यह स्थिति पाकिस्तान की लोकतांत्रिक प्रणाली के लिए गंभीर चुनौती है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
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विशेषज्ञों का मानना है कि इमरान खान का यह बयान पाकिस्तान में राजनीतिक तनाव और सेना के बढ़ते हस्तक्षेप को दर्शाता है। पिछले कुछ वर्षों में सेना और सिविल सरकार के बीच टकराव बढ़ा है, और यह बयान उस संघर्ष की ताज़ा झलक पेश करता है।
इमरान खान ने अपने समर्थकों को भी आश्वासन दिया कि वे न्याय और लोकतंत्र के लिए लड़ाई जारी रखेंगे और देश में स्वतंत्रता और अधिकारों की रक्षा करेंगे।
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