भारतीय सेना ने सोमवार (1 दिसंबर 2025) को बंगाल की खाड़ी में स्थित एक परीक्षण रेंज से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल का सफलतापूर्वक युद्ध प्रक्षेपण किया। यह लॉन्च भारतीय सेना और त्रि-सेवा अंडमान और निकोबार कमांड के तत्वावधान में आयोजित एक सटीक समन्वित अभियान का हिस्सा था।
रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की कि इस मिशन का संचालन ब्रह्मोस यूनिट ऑफ़ सदर्न कमांड के साथ मिलकर किया गया। मिसाइल ने उच्च गति में उड़ान स्थिरता का प्रदर्शन किया और अपने निर्दिष्ट लक्ष्य को अत्यंत सटीकता के साथ भेदा। यह परीक्षण ब्रह्मोस मिसाइल की युद्धक्षमता और तकनीकी दक्षता का परिचायक है।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल की यह क्षमता कि वह उच्च गति में स्थिर रहे और अपने लक्ष्य को सटीक रूप से निशाना बनाए, भारतीय सेना की हवाई और समुद्री सुरक्षा प्रणाली को और अधिक मजबूती प्रदान करती है। इस सफल प्रक्षेपण से यह संदेश जाता है कि भारतीय सेना अपने रणनीतिक और तकनीकी लक्ष्यों को पूर्ण करने में सक्षम है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि ब्रह्मोस मिसाइल का यह परीक्षण न केवल देश की रक्षात्मक शक्ति को बढ़ाता है, बल्कि क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की सामरिक स्थिति को भी मजबूत करता है। मिसाइल की सटीकता और गति इसे आधुनिक युद्ध तकनीकों के लिए अत्यंत प्रभावी बनाती है।
भारतीय सेना का यह सफल प्रक्षेपण देश की आत्मनिर्भर रक्षा रणनीति और ब्रह्मोस मिसाइल परियोजना की प्रगति को दर्शाता है। भविष्य में ऐसे परीक्षणों के जरिए मिसाइल की कार्यक्षमता और भी बेहतर बनाई जाएगी, जिससे भारतीय सेना के सामरिक बलों में वृद्धि होगी।
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