झाड़ू हाथ में लेकर जकार्ता में प्रदर्शन कर रही इंडोनेशियाई महिलाएँ
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में पिछले हफ्ते शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों में अब महिलाएँ भी खुलकर शामिल हो गई हैं। इन महिलाओं ने हाथ में झाड़ू लेकर प्रदर्शन किया, जो भ्रष्टाचार और सरकारी दमन के खिलाफ जनता के गुस्से का प्रतीक बन गया है।
प्रदर्शन की शुरुआत उस समय हुई जब एक पुलिस वाहन की टक्कर से एक मोटरसाइकिल टैक्सी चालक की मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे देश में प्रदर्शन तेज हो गए और यह विरोध इंडोनेशिया के तीसरे सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए गंभीर चुनौती बन गया है।
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प्रदर्शनकारी सरकार और पुलिस प्रशासन पर जवाबदेही तय करने और न्याय सुनिश्चित करने का दबाव डाल रहे हैं। प्रदर्शन में शामिल महिलाएँ कह रही हैं कि झाड़ू उनका प्रतीक है — भ्रष्टाचार और अन्याय को साफ करने का।
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि प्रदर्शनों के हिंसक रूप लेने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस की जवाबदेही तय किए बिना इस आक्रोश को शांत करना मुश्किल होगा।
विश्लेषकों के अनुसार, महिलाओं की बड़ी भागीदारी से यह आंदोलन और भी व्यापक हो गया है। यह न सिर्फ पुलिस हिंसा के खिलाफ बल्कि शासन की पारदर्शिता और जवाबदेही की माँग को भी मजबूती दे रहा है।
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