ईरान ने इज़राइल के 20 कथित जासूसों को गिरफ्तार किया है। न्यायपालिका के प्रवक्ता असगर जहांगीरी ने शनिवार को तेहरान में पत्रकारों को बताया कि इन संदिग्धों में से कुछ के खिलाफ लगाए गए आरोप हटा दिए गए हैं और उन्हें रिहा कर दिया गया है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कितने लोगों को रिहा किया गया है।
जहांगीरी ने कहा कि गिरफ्तारियां हाल ही में की गई सुरक्षा और खुफिया अभियानों का हिस्सा हैं, जिनका उद्देश्य विदेशी खुफिया नेटवर्क की गतिविधियों को विफल करना है। उन्होंने दावा किया कि इन संदिग्धों का संबंध सीधे या परोक्ष रूप से इज़राइल की खुफिया एजेंसी मोसाद से था और वे ईरान के भीतर संवेदनशील सूचनाएं एकत्र करने और तोड़फोड़ की गतिविधियों में शामिल थे।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि जांच अभी जारी है और जो लोग अभी भी हिरासत में हैं, उनके खिलाफ अदालत में मुकदमा चलाया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि ईरान अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ किसी भी तरह की साजिश को बर्दाश्त नहीं करेगा और विदेशी एजेंसियों से जुड़े नेटवर्क को खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाता रहेगा।
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पिछले कुछ वर्षों में ईरान और इज़राइल के बीच तनाव लगातार बढ़ा है, विशेष रूप से ईरान के परमाणु कार्यक्रम, क्षेत्रीय संघर्षों और साइबर हमलों को लेकर। दोनों देशों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है और खुफिया गतिविधियों के मामलों में एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया जाता रहा है।
यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब क्षेत्र में राजनीतिक और सुरक्षा माहौल पहले से ही तनावपूर्ण है, और विशेषज्ञों का मानना है कि इससे ईरान-इज़राइल संबंधों में और गिरावट आ सकती है।
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