इज़राइल ने गाज़ा पट्टी के सबसे बड़े शहर गाज़ा सिटी में सैन्य अभियान के शुरुआती चरण के तहत आरक्षित सैनिकों को बुलाना शुरू कर दिया है। यह कदम हमास के खिलाफ चल रहे व्यापक सैन्य अभियान को और तेज़ करने की रणनीति का हिस्सा है।
इज़राइली सेना के अनुसार, दसियों हज़ार रिज़र्व सैनिकों को चरणबद्ध तरीके से बुलाया जा रहा है, ताकि अभियान को अधिक प्रभावी और संगठित ढंग से अंजाम दिया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि यह एक धीमी और योजनाबद्ध तैनाती होगी, जिससे सैन्य संसाधनों पर अचानक दबाव न पड़े और हर मोर्चे पर पर्याप्त बल उपलब्ध हो सके।
इज़राइल का कहना है कि यह अभियान हमास के ठिकानों, सुरंग नेटवर्क और हथियार भंडार को नष्ट करने के लिए आवश्यक है, ताकि भविष्य में होने वाले हमलों को रोका जा सके। हालाँकि, इस कार्रवाई के चलते गाज़ा सिटी में मानवीय संकट और गहरा होने की आशंका है।
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स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, लगातार हवाई हमले और ज़मीनी घेराबंदी के कारण बड़ी संख्या में नागरिक विस्थापित हो रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इज़राइल से संयम बरतने और मानवीय गलियारों को खुला रखने की अपील की है।
विशेषज्ञों का मानना है कि रिज़र्व सैनिकों की तैनाती इज़राइल के लंबे अभियान की तैयारी का संकेत है, जो गाज़ा में व्यापक सैन्य दबाव बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
इज़राइल की सरकार ने यह भी संकेत दिया है कि ज़रूरत पड़ने पर रिज़र्व बलों की संख्या और बढ़ाई जा सकती है।
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