गाज़ा में जारी संघर्ष के बीच इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई है। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, कई हमले रातभर जारी रहे, जिससे भारी पैमाने पर जनहानि और विनाश हुआ।
इजरायली सेना का दावा है कि इन हमलों का लक्ष्य हमास से जुड़े ठिकाने थे, लेकिन स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि मारे गए लोगों में कई निर्दोष नागरिक और बच्चे शामिल हैं। गाज़ा में लगातार बढ़ते हमलों ने मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है।
इस बीच, इजरायल ने मानवीय सहायता पर लगाए गए कुछ प्रतिबंधों में ढील देने की घोषणा की है। नई व्यवस्था के तहत गाज़ा में हवाई मार्ग से मदद पहुंचाने की अनुमति दी गई है। सहायता एजेंसियों और संयुक्त राष्ट्र ने इस कदम का स्वागत किया है, लेकिन उनका कहना है कि यह कदम गंभीर खाद्य संकट और भूख को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं है।
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अंतरराष्ट्रीय राहत संगठनों ने चेतावनी दी है कि गाज़ा में लगातार चल रहे सैन्य हमलों और नाकेबंदी के कारण खाद्य, दवाओं और स्वच्छ पानी की भारी कमी हो रही है। हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं और कई अस्पताल बुनियादी सुविधाओं के अभाव में बंद होने की कगार पर हैं।
संयुक्त राष्ट्र और कई वैश्विक शक्तियों ने तत्काल युद्धविराम और मानवीय गलियारा खोलने की अपील की है, ताकि जरूरतमंदों तक तेजी से मदद पहुंचाई जा सके।
कुल मिलाकर, गाज़ा की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है, जहां एक ओर इजरायली हमले जारी हैं और दूसरी ओर सहायता उपाय लोगों की मूलभूत जरूरतों को पूरा करने में नाकाफी साबित हो रहे हैं।
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