अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में आव्रजन नीति के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ्तार किया गया। मैनहटन स्थित 26 फेडरल प्लाज़ा के बाहर आयोजित इस विरोध में शहर और राज्य स्तर के चुने हुए अधिकारी भी शामिल थे। पुलिस ने पुष्टि की कि कुल 77 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में शहर के वित्तीय निगरानी अधिकारी (fiscal watchdog) और कई राज्य विधायक भी शामिल हैं। इन अधिकारियों ने कहा कि उनका उद्देश्य शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराना था ताकि प्रवासी समुदायों के प्रति सरकार की नीतियों पर ध्यान आकर्षित किया जा सके।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि मौजूदा आव्रजन नीतियाँ न केवल अमानवीय हैं बल्कि प्रवासियों को असुरक्षा और भय के माहौल में जीने पर मजबूर कर रही हैं। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि हिरासत केंद्रों में बंद प्रवासियों की रिहाई सुनिश्चित की जाए और उन्हें मानवीय सुविधाएं प्रदान की जाएं।
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पुलिस ने हालांकि प्रदर्शनकारियों को हटाने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बल का इस्तेमाल किया। अधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान यातायात अवरुद्ध हुआ और सुरक्षा संबंधी खतरे उत्पन्न हुए, जिसके चलते गिरफ्तारियाँ ज़रूरी थीं।
यह घटना अमेरिका में आव्रजन मुद्दे पर चल रही राष्ट्रीय बहस को और तेज़ कर सकती है। चुने हुए अधिकारियों की गिरफ्तारी ने इस विरोध को और अधिक राजनीतिक महत्व दे दिया है। आने वाले दिनों में यह मामला न केवल न्यूयॉर्क बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बनने की संभावना है।
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