अमेरिका के मिशिगन राज्य में रविवार को एक भयावह घटना सामने आई, जब एक मॉर्मन चर्च पर हमला हुआ। इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। हमले के दौरान चर्च को भी आग के हवाले कर दिया गया।
पुलिस के मुताबिक, संदिग्ध हमलावर की पहचान एक 40 वर्षीय व्यक्ति के रूप में हुई है। वह चर्च में हथियार लेकर घुसा और अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं। हमले की सूचना मिलते ही कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ मौके पर पहुंचीं और जवाबी कार्रवाई में हमलावर को ढेर कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि रविवार की प्रार्थना सभा के दौरान चर्च में सैकड़ों लोग मौजूद थे। अचानक हुए हमले से लोग दहशत में आ गए और भगदड़ मच गई। इस दौरान कई लोग घायल हो गए। स्थानीय दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन चर्च को भारी नुकसान हुआ।
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अधिकारियों का कहना है कि अभी तक हमले की मंशा साफ नहीं हो पाई है। जांच एजेंसियाँ हमलावर की पृष्ठभूमि और संभावित संबंधों की छानबीन कर रही हैं। फिलहाल इसे एक घातक और सुनियोजित हमला माना जा रहा है।
मिशिगन के गवर्नर और स्थानीय प्रशासन ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई। राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी घटना की जानकारी दी गई है। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
यह घटना अमेरिका में धार्मिक स्थलों पर बढ़ती हिंसा और गोलीबारी की घटनाओं को लेकर फिर से गंभीर चिंता पैदा करती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की घटनाएँ न केवल समाज में भय का माहौल बनाती हैं बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता और सामुदायिक सौहार्द पर भी सीधा हमला हैं
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