नेपाल के राष्ट्रपति ने देश में बढ़ते राजनीतिक संकट और हिंसा के बीच शांति और संयम की अपील की है। हाल ही में प्रधानमंत्री के इस्तीफे और संसद के भंग होने के बाद देश में राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ गई है। राष्ट्रपति ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को नागरिकों की सुरक्षा और देश की स्थिरता को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए।
राष्ट्रपति ने नागरिकों से भी अपील की कि वे हिंसा और उत्पात से दूर रहें और शांति बनाए रखें। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि लोकतांत्रिक संस्थानों का सम्मान करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है और किसी भी तरह की अव्यवस्था देश के हित में नहीं है।
अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रपति ने राजनीतिक दलों से आग्रह किया है कि वे संयम बरतें और आपसी मतभेदों को बातचीत और समझौते के माध्यम से हल करें। उन्होंने कहा कि केवल शांतिपूर्ण और संवैधानिक प्रक्रिया के माध्यम से ही देश संकट से बाहर निकल सकता है।
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नेपाल में पिछले कुछ हफ्तों में हुई हिंसक घटनाओं में कई लोग घायल हुए और संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा। राष्ट्रपति ने इस हिंसा की निंदा करते हुए सभी पक्षों से संयम की अपील की। उन्होंने कहा कि सेना और पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह तत्पर हैं, लेकिन सभी नागरिकों का सहयोग भी आवश्यक है।
विशेषज्ञों का कहना है कि राष्ट्रपति की यह अपील देश में स्थिरता बहाल करने और राजनीतिक संकट को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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