रूस ने शनिवार रात यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइलों की एक और बड़ी लहर दागी, जिसमें कम से कम छह लोगों की मौत हुई, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं, जबकि हजारों घरों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि ये हमले दर्शाते हैं कि मॉस्को का लक्ष्य नागरिकों को नुकसान पहुँचाना है। रूस ने अमेरिका की युद्ध रोकने की अपील ठुकरा दी है और अपने लगभग चार साल पुराने आक्रमण को तेज कर दिया है, खासकर यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाकर।
यूक्रेनी अभियोजक जनरल के कार्यालय के अनुसार, रूस ने ड्नीप्रोपेत्रोव्स्क और ओडेसा क्षेत्रों पर हमला किया। इस हमले में दो लड़कों (11 और 14 वर्ष) सहित छह लोगों की मौत हुई। वहीं, ज़ापोरिज़्झिया क्षेत्र में हमले के कारण करीब 58,000 घरों की बिजली चली गई।
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कीव का कहना है कि रूस के ऊर्जा ढांचे पर हमले का उद्देश्य यूक्रेनी जनता को कमजोर करना है, हालांकि रूस इसे नकारता है।
पूर्वी शहर पोक्रोव्स्क पर रूसी सेना के दबाव के बीच यूक्रेन ने वहां विशेष बलों की तैनाती की है। यूक्रेन के शीर्ष सैन्य कमांडर ओलेक्ज़ांद्र सिरस्की ने कहा कि शहर को बचाने के लिए “समग्र अभियान” चलाया जा रहा है। पोक्रोव्स्क की स्थिति रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, और रूस इसका कब्जा एक बड़ी प्रचारात्मक जीत के रूप में देखता है।
इस बीच, यूक्रेन ने जवाबी कार्रवाई में रूस के ब्लैक सी पोर्ट तुआप्से पर ड्रोन हमला किया, जिससे एक तेल टैंकर में आग लग गई और बंदरगाह को नुकसान पहुंचा।
रूस का यह युद्ध फरवरी 2022 में शुरू हुआ था, जिसके बाद से लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं और दसियों हजार नागरिकों की मौत हो चुकी है।
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