श्रीलंका में नकावेराटिया के प्रसिद्ध बौद्ध मठ ना उयाना अरन्या सेनासनाया में एक दर्दनाक केबल कार हादसा हुआ। बुधवार, 24 सितंबर की रात यह हादसा हुआ, जिसमें 7 बौद्ध भिक्षु मारे गए, जिनमें एक भारतीय नागरिक भी शामिल था। मठ कोलंबो से लगभग 125 किलोमीटर दूर स्थित है और यह देश का प्रमुख धार्मिक और ध्यान केंद्र माना जाता है।
पुलिस और राहत दल ने बताया कि हादसा अचानक हुआ और इसके तुरंत बाद राहत कार्य शुरू किया गया। अधिकारियों ने मृतकों के परिजनों को घटना की जानकारी दी और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक रिपोर्ट में यह संकेत मिला है कि केबल कार प्रणाली में तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ।
स्थानीय प्रशासन और मठ प्रबंधन ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे में घायल अन्य भिक्षुओं और पर्यटकों का उपचार जारी है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि यह दुर्घटना तकनीकी सुरक्षा मानकों और केबल कार संचालन की निगरानी की कमी को उजागर करती है। प्रशासन ने कहा कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए सुरक्षा जांच और नियमित निरीक्षण को सख्ती से लागू किया जाएगा।
श्रीलंका के धार्मिक समुदाय में इस घटना से शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
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