पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के समापन के बाद राज्य की मुख्य राजनीतिक पार्टियों ने अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। भाजपा (BJP) की नेतृत्व टीम कोलकाता में नए नियुक्त किए गए चुनाव पर्यवेक्षकों के साथ बैठक में जुटी रही। बैठक का उद्देश्य आगामी चुनाव की तैयारियों, रणनीति और विभिन्न जिलों में पार्टी की स्थिति का मूल्यांकन करना था।
वहीं, त्रिनमूल कांग्रेस (TMC) ने राज्यभर के सभी ब्लॉकों में विजया सम्मेलन के आयोजन की घोषणा की है। यह कार्यक्रम पार्टी के कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं को एकजुट करने, जनता से सीधे संपर्क साधने और आगामी चुनावों में मजबूत रणनीति बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। TMC का यह कदम आगामी राजनीतिक मुकाबले में अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि दुर्गा पूजा के बाद दोनों पार्टियों द्वारा सक्रियता बढ़ाना सामान्य प्रक्रिया है। त्योहार के दौरान राजनीतिक गतिविधियों में धीमापन रह जाता है, लेकिन अब चुनावी मौसम के मद्देनजर दोनों पार्टियां अपनी तैयारी शुरू कर रही हैं।
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विशेषकर BJP की बैठक में चुनाव पर्यवेक्षकों के साथ रणनीतिक चर्चा ने संकेत दिया कि पार्टी राज्य में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए नए दृष्टिकोण अपना रही है। दूसरी ओर, TMC का विजया सम्मेलन कार्यकर्ताओं के मनोबल और जनसंपर्क को बढ़ाने का प्रयास माना जा रहा है।
इस प्रकार, दुर्गा पूजा के बाद बंगाल की राजनीति में हलचल तेज हो गई है और आगामी चुनावों में दोनों पार्टियों के बीच मुकाबला और भी कड़ा होने की संभावना है।
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