नई दिल्ली स्थित थिंक टैंक GTRI ने सुझाव दिया है कि भारत को अमेरिका के साथ किसी भी व्यापार समझौते पर अत्यधिक सतर्कता से आगे बढ़ना चाहिए, विशेष रूप से ट्रंप प्रशासन की मौजूदा व्यापार नीति को देखते हुए।
भारत और अमेरिका के बीच एक अंतरिम व्यापार समझौते को लेकर विस्तृत वार्ता चल रही है। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने इंडोनेशिया के साथ एक व्यापार समझौता किया है, जिसके तहत अमेरिकी कंपनियों को इंडोनेशियाई बाजार में पूर्ण पहुंच मिल गई है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के साथ भी एक ऐसा ही समझौता तैयार किया जा रहा है।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के प्रवक्ता हसन नसबी ने इसे अपने देश के वार्ताकारों की "असाधारण कोशिश" बताया। इस समझौते के तहत इंडोनेशिया पर लगने वाले पारस्परिक शुल्क को 32 प्रतिशत से घटाकर 19 प्रतिशत कर दिया गया है। इसके बदले में अमेरिकी कंपनियों को इंडोनेशिया में हर क्षेत्र में व्यापार की पूरी छूट मिलेगी।
ट्रंप ने कहा, “हमें इंडोनेशिया में पूरी पहुंच मिल गई है, खासकर कॉपर जैसे क्षेत्रों में। अब हम कोई शुल्क नहीं देंगे। भारत के साथ भी इसी तर्ज पर काम हो रहा है। पहले हमें इन देशों में कोई पहुंच नहीं थी, लेकिन अब टैरिफ नीति के कारण हम यह हासिल कर पा रहे हैं।”
GTRI ने आगाह किया है कि भारत को इस प्रकार के समझौतों में अपनी शर्तों को सावधानीपूर्वक तय करना चाहिए ताकि दीर्घकालिक आर्थिक हित सुरक्षित रह सकें।