संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान से अपील की है कि वे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने बीच चल रहे संघर्ष को तुरंत समाप्त करें। यूएन ने कहा कि युद्ध और हिंसा के चलते आम लोगों की जान और जीवन यापन पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
यूएन महासचिव ने दोनों देशों के नेताओं से आग्रह किया कि वे तत्काल तनाव कम करने और संघर्ष विराम स्थापित करने के उपाय करें। उन्होंने कहा कि यह कदम केवल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ही नहीं, बल्कि मानवीय संकट को कम करने और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है।
इस संबंध में भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया। इसमें कहा गया कि भारत अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मंत्रालय ने दोनों देशों से शांति प्रक्रिया को बढ़ावा देने और अंतरराष्ट्रीय कानून के दायरे में संघर्ष समाप्त करने का आग्रह किया।
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विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत मानवीय सहायता और विकास सहयोग के माध्यम से अफगान नागरिकों के कल्याण के लिए प्रयास करता रहेगा। भारत ने हमेशा क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए सभी हितधारकों के साथ सहयोग किया है और करता रहेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संघर्ष का तेजी से बढ़ना न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा को प्रभावित करता है, बल्कि मानवाधिकारों और नागरिक सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी गंभीर चिंता का विषय है।
भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की यह पहल दोनों देशों को तनाव कम करने और शांति स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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