सरकार ने जानकारी दी है कि 12 जून को एयर इंडिया की एक विमान दुर्घटना के बाद पायलटों की "बीमार रिपोर्टिंग" में केवल मामूली वृद्धि देखी गई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और पायलट समुदाय के सूत्रों के अनुसार, एयर इंडिया में प्रतिदिन लगभग 40 से 50 पायलट बीमार होने का हवाला देकर ड्यूटी से अनुपस्थित हो रहे हैं।
एयर इंडिया में वर्तमान में करीब 3,500 पायलट कार्यरत हैं। पायलटों के एक वर्ग का कहना है कि यह प्रवृत्ति हाल की दुर्घटनाओं और उड़ान सुरक्षा को लेकर तनावपूर्ण माहौल की वजह से हो सकती है। हालांकि, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह बीमार रिपोर्टिंग किसी बड़े पैमाने पर विरोध या अनुशासनहीनता का संकेत नहीं देती, बल्कि यह संख्या मामूली है और सामान्य सीमा के भीतर है।
सरकार ने यह भी बताया कि एयर इंडिया ने अपने पायलटों की चिकित्सा स्थिति पर निगरानी और उड़ानों की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। एयरलाइन ने आंतरिक समीक्षा और मनोवैज्ञानिक सहायता जैसी सेवाएं भी उपलब्ध कराई हैं ताकि पायलटों की भलाई सुनिश्चित की जा सके।
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इस बीच, पायलट यूनियनों ने पायलटों के बढ़ते मानसिक तनाव को लेकर चिंता जताई है और एयरलाइन प्रबंधन से अधिक समर्थन और पारदर्शिता की मांग की है। सरकार और एयर इंडिया दोनों ने आश्वासन दिया है कि यात्रियों की सुरक्षा और संचालन में किसी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जाएगी।
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