आंध्र प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद (APSCHE) ने राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2025 में राज्य के प्रदर्शन को लेकर संतोष व्यक्त किया है। परिषद ने कहा कि राज्य के कई संस्थानों ने उल्लेखनीय लचीलापन और प्रगति दिखाई है, खासकर इंजीनियरिंग और फार्मेसी क्षेत्रों में।
रिपोर्ट के अनुसार, इंजीनियरिंग और फार्मेसी संस्थानों ने पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर रैंकिंग हासिल की है। इससे यह स्पष्ट होता है कि राज्य में तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान पर लगातार ध्यान दिया जा रहा है। उच्च शिक्षा परिषद का मानना है कि यह उपलब्धि सरकार की योजनाओं, अनुसंधान में निवेश और शिक्षकों व छात्रों की मेहनत का परिणाम है।
हालांकि, प्रबंधन (मैनेजमेंट) और विधि (लॉ) के क्षेत्र में सुधार की गुंजाइश अभी भी बनी हुई है। परिषद ने स्वीकार किया कि इन दोनों क्षेत्रों में संस्थानों को बेहतर संरचना, गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और अनुसंधान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
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एपीएससीएचई ने आगे कहा कि राज्य सरकार इन क्षेत्रों के विकास के लिए एक दीर्घकालिक रणनीति पर काम कर रही है। इसमें उद्योगों के साथ साझेदारी, नई नीतियों और छात्रों को बेहतर अवसर उपलब्ध कराने की योजनाएं शामिल हैं।
शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इंजीनियरिंग और फार्मेसी की तरह अगर प्रबंधन और विधि संस्थानों में भी समान स्तर पर निवेश और सुधार किया जाए, तो आने वाले वर्षों में आंध्र प्रदेश राष्ट्रीय रैंकिंग में और ऊंचाई हासिल कर सकता है।
एनआईआरएफ 2025 के नतीजे बताते हैं कि आंध्र प्रदेश की उच्च शिक्षा प्रणाली चुनौतियों के बावजूद मजबूती से आगे बढ़ रही है और आने वाले वर्षों में और बेहतर प्रदर्शन की संभावना है।
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