उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने लद्दाख में भारत-चीन सीमा (एलएसी) के साथ लगे अग्रिम क्षेत्रों का दौरा कर सैन्य और रक्षा तैयारियों की समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने 30 अक्टूबर (गुरुवार) को पूर्वी लद्दाख के तांगत्से सेक्टर में अग्रिम चौकियों का निरीक्षण किया।
इस दौरान लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा ने ऊंचाई वाले बर्फीले इलाकों में आयोजित ‘एक्सरसाइज अस्त्रशक्ति’ को भी देखा। यह अभ्यास उत्तरी कमान की युद्धक तत्परता, नवाचार और अडिग जज़्बे का प्रतीक माना जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि इस अभ्यास ने ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में कठिन जलवायु के बीच भारतीय सेना की युद्धक क्षमताओं को प्रदर्शित किया है।
सेना कमांडर को मौजूदा सुरक्षा स्थिति और सीमावर्ती इलाकों में चल रहे घटनाक्रमों की जानकारी दी गई। उन्होंने जवानों के अटूट समर्पण, उच्च सतर्कता और व्यावसायिक दक्षता की सराहना की। लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा ने कहा कि सैनिकों का मनोबल और कठिन परिस्थितियों में उनकी सेवा भावना ही सेना की असली ताकत है।
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अधिकारियों ने बताया कि इस दौरे से अग्रिम मोर्चों पर तैनात जवानों के मनोबल में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने जवानों को आश्वासन दिया कि सेना नेतृत्व हर संभव सहायता और संसाधन उपलब्ध कराएगा ताकि वे सीमावर्ती क्षेत्रों में अधिक प्रभावी ढंग से देश की सुरक्षा कर सकें।
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