उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बाढ़ से प्रभावित इलाकों में संपर्क बहाली के लिए बेली ब्रिज का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। अधिकारियों ने बताया कि यह पुल अगले कुछ दिनों में चालू कर दिया जाएगा, जिससे प्रभावित गांवों का संपर्क पुनः स्थापित हो सकेगा और राहत एवं बचाव कार्य तेज़ी से संचालित किए जा सकेंगे।
बेली ब्रिज का निर्माण सेना और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से तेजी से किया जा रहा है। इस पुल के शुरू होने से न केवल आवागमन सुचारू होगा, बल्कि आवश्यक राहत सामग्री, दवाइयां और खाद्य वस्तुएं भी आसानी से पहुंचाई जा सकेंगी।
उधर, धाराली क्षेत्र में बाढ़ और भूस्खलन से लापता लोगों की तलाश जारी है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें विशेष उपकरणों के साथ खोजबीन कर रही हैं। इनमें स्निफर डॉग, विक्टिम लोकेटिंग डिवाइस और थर्मल इमेजिंग कैमरे शामिल हैं, जिनकी मदद से मलबे और कठिन इलाकों में फंसे लोगों का पता लगाया जा रहा है।
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अधिकारियों ने बताया कि आपदा के बाद से राहत एवं बचाव कार्य चौबीसों घंटे चल रहा है और स्थानीय लोग भी इसमें सक्रिय सहयोग दे रहे हैं। फिलहाल प्राथमिकता लापता लोगों को ढूंढने और प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द बुनियादी सुविधाएं बहाल करने की है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों से बचें और आधिकारिक निर्देशों का पालन करें। बेली ब्रिज के चालू होने के बाद उम्मीद है कि सामान्य जीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट आएगा और राहत कार्यों की गति और बढ़ जाएगी।
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