उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से भारी तबाही मच गई। इस घटना में कई लोगों के बह जाने की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, बादल फटने से पहाड़ी इलाकों में अचानक तेज़ बारिश और मलबे का सैलाब आ गया, जिससे कई घर, सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए। गांवों में पानी भर जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमों को तुरंत मौके पर भेजा गया है। वे फंसे हुए लोगों की खोजबीन और बचाव अभियान चला रही हैं। साथ ही, नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि ज़रूरत पड़ने पर अतिरिक्त मदद मिल सके।
और पढ़ें: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, कई राज्यों में कर चुके हैं सेवाएं
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने जिला प्रशासन को आदेश दिया है कि बचाव कार्य में कोई कमी न रहे और सभी ज़रूरी संसाधन तत्काल उपलब्ध कराए जाएं।
विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून सीज़न में पहाड़ी इलाकों में बादल फटने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे लगातार जान-माल का नुकसान हो रहा है। राज्य सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे नदियों और भूस्खलन-प्रवण क्षेत्रों से दूर रहें और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
और पढ़ें: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कमजोर और जर्जर इमारतों पर मांगी रिपोर्ट, स्कूल और अस्पताल भी शामिल