भुवनेश्वर में आवारा कुत्तों की संख्या देश के औसत से कहीं अधिक पाई गई है। हाल ही में जारी जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, शहर में वर्तमान में कुल 47,126 आवारा कुत्ते हैं, जो प्रति 1,000 नागरिकों पर 36 कुत्तों के अनुपात में आते हैं। यह संख्या राष्ट्रीय औसत — प्रति 1,000 नागरिकों पर 11 कुत्ते — से लगभग तीन गुना अधिक है।
भुवनेश्वर नगर निगम (BMC) के अधिकारियों ने बताया कि यह आंकड़ा शहर की तेज़ी से बढ़ती आबादी, शहरीकरण और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की चुनौतियों से जुड़ा हुआ है। कई इलाकों में खुले में फेंका गया कचरा और बिना निगरानी के छोड़ा गया भोजन आवारा कुत्तों के लिए आसान भोजन स्रोत बन गए हैं।
पशु कल्याण संगठनों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में शहर में आवारा कुत्तों की जनसंख्या नियंत्रण के लिए ABC (Animal Birth Control) और ARV (Anti-Rabies Vaccination) कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। हालांकि, संसाधनों की कमी और सीमित पशु चिकित्सा सुविधाओं के कारण इन कार्यक्रमों का असर अपेक्षाकृत धीमा रहा है।
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स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बढ़ती आवारा कुत्तों की आबादी न केवल रेबीज़ (Rabies) जैसी बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकती है, बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा और स्वच्छता के लिए भी चिंता का विषय है। वहीं, नगर निगम ने कहा है कि वह निजी पशु संरक्षण संस्थाओं और नागरिक स्वयंसेवकों के साथ मिलकर आगामी महीनों में बड़े स्तर पर नसबंदी और टीकाकरण अभियान चलाएगा।
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