झारखंड के जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क (TSZP) में एक गंभीर जीवाणु संक्रमण के कारण कम से कम 10 काले हिरणों (ब्लैकबक) की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि ये मौतें 1 दिसंबर से 6 दिसंबर 2025 के बीच हुईं, जबकि अंतिम मौत शनिवार (6 दिसंबर) को दर्ज की गई।
TSZP के उपनिदेशक डॉ. नैम अख्तर ने बताया कि ब्लैकबक के शवों को विस्तृत जांच के लिए रांची वेटरनरी कॉलेज भेजा गया है ताकि मौत के सही कारणों की पुष्टि हो सके। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, यह मौतें एक बैक्टीरियल संक्रमण जैसी बीमारी के कारण हुई हैं।
रांची वेटरनरी कॉलेज की पशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रज्ञा लकड़ा के अनुसार, यह बीमारी ‘एच.एस.’ (हेमरेजिक सेप्टीसीमिया) हो सकती है, जो Pasteurella बैक्टीरिया के कारण फैलती है। इसे ‘पेस्टुरेल्लोसिस’ के नाम से भी जाना जाता है, जो जानवरों के शरीर में तेजी से फैलकर उनके फेफड़ों को प्रभावित करती है और अचानक मौत का कारण बन सकती है।
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वर्तमान में चिड़ियाघर में केवल 8 ब्लैकबक बचे हैं। TSZP में कुल लगभग 370 जानवर हैं, जिनमें विभिन्न पक्षी एवं स्तनधारी शामिल हैं।
जमशेदपुर के डीएफओ सबा आलम ने बताया कि नमूने केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को भी भेजे गए हैं। रांची वेटरनरी कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. एम.के. गुप्ता ने कहा कि इस बीमारी के लक्षणों में तेज बुखार, गर्दन में सूजन और दस्त शामिल हैं। संक्रमण तेजी से फैलता है।
चिड़ियाघर प्रशासन ने संक्रमण को रोकने के लिए व्यापक एंटी-बैक्टीरियल उपचार और अन्य सावधानियाँ लागू की हैं। स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है।
इस बीच, रांची स्थित भगवान बिरसा जैविक उद्यान (बिरसा जू) ने भी एहतियात के तौर पर अलर्ट जारी किया है, जहाँ 69 ब्लैकबक मौजूद हैं। वहाँ एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल स्प्रे तथा ब्लीचिंग का नियमित इस्तेमाल किया जा रहा है।
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