कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने पार्टी के विदेश मामलों विभाग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। आनंद शर्मा ने लगभग दस वर्षों तक इस विभाग का नेतृत्व किया था, जो पार्टी की राष्ट्रीय समिति के तहत आता है।
विदेश मामलों विभाग की राष्ट्रीय समिति आखिरी बार 2018 में गठित हुई थी, तब से आनंद शर्मा इसकी अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पार्टी की विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आनंद शर्मा का इस्तीफा पार्टी के लिए एक बड़ी खबर माना जा रहा है, क्योंकि वे कांग्रेस के अनुभवी और प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं। उनकी विदेश नीति और कूटनीति में गहरी समझ के चलते उनका यह विभाग काफी सक्रिय रहा।
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उन्होंने कांग्रेस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत आवाज़ दी और विश्व के कई देशों में पार्टी का प्रतिनिधित्व किया। उनकी अध्यक्षता में, विभाग ने विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर कांग्रेस की स्थिति स्पष्ट की और विदेश नीति से जुड़े कई प्रस्ताव बनाए।
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आनंद शर्मा के इस्तीफे के बाद इस पद पर कौन नया अध्यक्ष आएगा। पार्टी नेतृत्व इस मामले पर विचार कर रहा है और जल्द ही इस बारे में घोषणा की उम्मीद है।
आनंद शर्मा के इस फैसले के पीछे के कारण अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह पार्टी के आंतरिक समीकरणों और बदलावों का हिस्सा हो सकता है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच इस खबर को लेकर प्रतिक्रिया आ रही है, और सभी आगामी निर्णयों पर नजर बनाए हुए हैं।
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